अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक दिवस आज

By Anant

SPORTS  | 12:00:00 AM

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RAIPUR:

आज 73वां अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक दिवस मनाया जा रहा है। 23 जून 1948 में पहली बार ओलिंपिक डे मनाया गया। तब सिर्फ 9 देश ही शामिल हुए थे। इसमें ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, कनाडा, ग्रीस, पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, उरुग्वे और वेनेजुएला हैं। इसका मकसद खेलों में हर वर्ग, उम्र के लोगों की भागदारी बढ़ाना है।

इस दिन पूरी दुनिया में मैराथन का आयोजन होता है। 1987 में पहली बार इस तरह के इवेंट की शुरुआत हुई थी। तब 45 देशों ने इसमें हिस्सा लिया था, लेकिन आज 205 देश इसमें भागीदारी करते हैं। कई देशों ने तो इसे अपने यहां स्कूलों में सिलेबस का हिस्सा बनाया है।

1896 में एथेंस में पहले समर ओलिंपिक गेम्स हुए थे, जबकि पहले विंटर गेम्स 1924 में फ्रांस में हुए थे। 1992 तक समर और विंटर दोनों ओलिंपिक गेम्स एक ही साल में होते थे। इसके बाद से इसे अलग-अलग कराया जाने लगा।

ओलंपिक दुनिया की सबसे बड़ा स्पोर्ट्स इवेंट और इसमें 200 से ज्यादा देश हिस्सा लेते हैं। इस वक्त दुनिया की 205 राष्ट्रीय ओलिंपिक समितियां इसकी सदस्य हैं। आइओसी हर चार साल में समर, विंटर और यूथ ओलंपिक गेम्स कराता है।

इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) एक नॉन-प्राॅफिट ऑर्गनाइजेशन है। यह समर और विंटर ओलिंपिक गेम्स का आयोजन करती है। इसके फाइनेंशियल प्लान की रिपोर्ट की बात की जाए तो आईओसी जितना रेवेन्यू जनरेट करती है, उसका 90% खेल और खिलाड़ियों के विकास पर खर्च कर देती है।

वह हर दिन करीब 26 करोड़ रुपए खेल और संस्थाओं की मदद के लिए देती है। आईओसी ने 2013 से 2016 के बीच करीब 43 हजार 330 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया। इसमें सोच्चि विंटर ओलिंपिक (2014) और रियो ओलिंपिक (2016) की कमाई भी शामिल है। इसमें 50% फंड वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) को आईओसी से मिलता है जबकि बाकी 50% अन्य देशों से।

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