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Crime | 12:00:00 AM
DELHI:
ऑनलाइन सट्टा एप महादेव मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। मामले में ईडी ने आज विशेष कोर्ट में चालान पेश किया। 8 हजार 887 पन्नो के इस चालान में सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल समेत कुल 14 आरोपियों का नाम शामिल है। जांच में 6 हजार करोड़ का घोटाला का आरोप है। 41 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी की सीज की गई है। मामले में अगली सुनवाई 25 नवंबर को विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में होगी।
बता दें कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल, 28 से 29 साल के इन दोनों नाम की चर्चा पूरे देशभर में हो रही है। इनकी वजह से मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री (बॉलीवुड) के कई चर्चित चेहरे केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रडार में आ गए हैं। रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) सहित कई एक्टर्स को ईडी ने रायपुर स्थित अपने कार्यालय तलब कर लिया है। इन दोनों की वजह से कई सियासतदानों की भी सांस ऊपर-नीचे हो रही है, जबकि ये दोनों दुबई में एश की जिंदगी जी रहे हैं। कुछ साल पहले तक साधारण जिंदगी जीने वाले दोनों लड़के बहुत कम समय में कैसे अरबों के मालिक बन गए, यह कहानी हम सिलसिलेवार आपको बताने जा रहे हैं।
सौरभ चंद्राकर (Saurabh Chandrakar)के पिता रामेश्वर चंद्राकर नगर निगम में पंप कर्मचारी थे। रवि उप्पल (Ravi Uppal) के पिता भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में सीनियर जनरल मैनेजर रहे हैं। करीबी लोग बताते हैं कि सौरभ ने अपने पिता से कुछ पैसे लेकर भिलाई में ही एक जूस सेंटर खोला। वहीं, रवि कम्प्यूटर का कोर्स करने के बाद एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। इधर, जूस सेंटर चलाने के दौरान ही सौरभ सट्टा खेलने लगा। रवि भी उसके जूस सेंटर में आता था। इसी दौरान ऑनलाइन सट्टा को लेकर दोनों ने प्लानिंग की। पुलिस सूत्रों के अनुसार दोनों ने मिलकर 2017 में ऑनलाइन सट्टा के लिए वेबसाइट बनाया। शुरुआत में उतनी कमाई नहीं हो रही थी, लेकिन धीरे-धीरे उनके यूजर्स बढ़ने लगे।
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