By
TRENDING | 12:00:00 AM
DELHI:
रामनगरी में उत्साह का माहौल है। एक जून बुधवार को अयोध्या में एक और इतिहास बनने जा रहा है। बहुप्रतीक्षित श्रीरामलला के गर्भगृह (घर) के निर्माण के शुभारंभ के साथ ही मंदिर आंदोलन की सुदीर्घ यात्रा का स्वर्णिम पड़ाव भी पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार की सुबह अभिजीत मुहूर्त, मृगशिरा नक्षत्र व आनंद योग में गर्भगृह के लिए पहली शिला पूजन-अर्चन के बाद रखेंगे। इस अवसर का साक्षी बनने के लिए परिसर में ट्रस्ट, संघ के पदाधिकारी, मंदिर आंदोलन से जुड़े किरदार व संत-धर्माचार्यों सहित प्रशासनिक व राजनीतिक हस्तियां मौजूद रहेंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तीन पीढ़ी राममंदिर आंदोलन से जुड़ी रही है। उनके गुरू अवैद्यनाथ का मंदिर आंदोलन में अहम योगदान रहा तो सीएम योगी की भी मंदिर निर्माण में अहम भूमिका निभा रहे हैं। पांच अगस्त को जहां पीएम मोदी ने भूमिपूजन कर मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी थी तो वहीं सीएम योगी रामलला के घर निर्माण की आधारशिला रखेंगे।
इससे पहले भी सीएम योगी ने टेंट में विराजमान रामलला को अपने सिर पर रखकर अस्थायी मंदिर में विराजित करने का सौभाग्य प्राप्त किया था। वे भूमिपूजन के भी साक्षी रहे हैं तो अब गर्भगृह निर्माण का शुभारंभ भी उनके हाथों हो रहा है। सीएम योगी सुबह नौ बजे अयोध्या पहुंचेंगे। सबसे पहले हनुमानगढ़ी जाएंगे उसके बाद श्रीरामलला के दरबार पहुंचेंगे। जहां शुभ मुहूर्त में पूजन-अर्चन के साथ गर्भगृह की पहली शिला रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तीन पीढ़ी राममंदिर आंदोलन से जुड़ी रही है। उनके गुरू अवैद्यनाथ का मंदिर आंदोलन में अहम योगदान रहा तो सीएम योगी की भी मंदिर निर्माण में अहम भूमिका निभा रहे हैं। पांच अगस्त को जहां पीएम मोदी ने भूमिपूजन कर मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी थी तो वहीं सीएम योगी रामलला के घर निर्माण की आधारशिला रखेंगे।
Copyright 2020, Himaksh Enterprises | All Rights Reserved