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INTERNATIONAL | 12:00:00 AM
DELHI:
श्रीलंका में बिगड़ते हालातों के बीच विपक्षी नेता साजिश प्रेमदासा को प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि, यह खबरें भी सामने आ रही हैं कि प्रेमदासा ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के भी इस्तीफे की मांग की है। इससे पहले पीएम महिंद्ररा राजपक्षे अपना इस्तीफा दे चुके हैं।
खबरों के मुताबिक, अराजक होते हालातों और आगजनी जैसी घटनाओं के सामने आने के बाद श्रीलंका में पुलिस व सेना को गोला-बारूद का इस्तेमाल करने के आदेश दिए गए हैं।
श्रीलंका में खराब हालातों के बीच भारत ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि भारत सरकार श्रीलंका में अपनी सेना तैनात करने जा रही है। श्रीलंका में भारतीय दूतावास ने कहा है कि, ऐसा कुछ भी नहीं होने जा रहा है। इससे पहले विदेश मंत्रालय भी इन खबरों को खंडन कर चुका है।
श्रीलंका में भारतीय दूतावास ने कहा है कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और उनका परिवार भारत नहीं आया है। दरअसल, एक दिन पहले अफवाह थी कि वे आर्थिक संकट और हिंसा के बीच भारत आ गए हैं।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे आज सत्तारूढ़ पार्टी के असंतुष्ट नेताओं और मुख्य विपक्षी नेताओं के साथ बातचीत करेंगे। इस दौरान राजनीतिक गतिरोध खत्म करने पर सहमति बनाई जाएगी। इसके अलावा पीएम के इस्तीफे के बाद नए पीएम पद के लिए भी उम्मीदवार को लेकर सहमति बनाने पर चर्चा होगी।
आर्थिक उथल-पुथल का सामना कर रहे श्रीलंका की मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद कोष अपनी मदद जारी रखेगा। बुधवार को जारी किए गए बयान के मुताबिक, मुद्रा कोष की ओर से कहा गया है कि वह श्रीलंका के साथ तकनीकी स्तर की बातचीत जारी रखेगा, जिससे नई सरकार बनने के बाद नीतिगत चर्चा की जा सके। पिछली बैठक में, आईएमएफ ने श्रीलंका को 300 मिलियन अमरीकी डॉलर से 600 मिलियन डॉलर की मदद करने का आश्वासन दिया था।
आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में अराजकता और हिंसा से निपटने के लिए सेना सड़कों पर उतर गई है। आदेश के बाद सैन्य वाहनों को सड़क पर उतारा गया है। गौरतलब है कि हालातों से निपटने के लिए तीनों सेनाओं को मोर्चा संभालने का आदेश एक दिन पहले दिया गया था।
श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के घर पर हुए हमले और हिंसक झड़प मामले में पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री के मुख्य सुरक्षा अधिकारी को तलब किया। वह बुधवार को पुलिस मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्हें कई सवालों का सामना करना पड़ा। दरअसल, प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों में कम से कम आठ लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हो गए।
श्रीलंका के रक्षा सचिव कमल गुणरत्ने ने बुधवार को कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे की त्रिंकोमाली नौसैनिक बेस पर सुरक्षा की जा रही है। दो दिन पहले ही महिंदा राजपक्षे के इस्तीफा देने की वजह से देश में हिंसा और उपद्रव की कई घटनाएं हुई थीं।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाचेलेते ने श्रीलंगा में हिंसा की घटनाओं में आई तेजी की निंदा की है और सरकार विरोधी प्रदर्शकों और सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों पर हुए इन हमलों के लिए एक विस्तृत और पारदर्शी जांच की मांग की है।
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