By
INTERNATIONAL | 12:00:00 AM
NEW DELHI:
नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने चेतावनी दी है कि अगर 2020 की दूसरी छमाही में कोरोना की एक और लहर आती है तो करीब 34 करोड़ नौकरियां जाने का खतरा हो सकता है। यह वैश्विक स्तर पर 11.9 फीसदी कामकाजी घंटों का नुकसान होने के बराबर है।
आईएलओ की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 के दूसरी तिमाही में वैश्विक कामकाजी घंटों में 14 फीसदी की गिरावट आई है, जो करीब 40 करोड़ नौकरियां खोने के बराबर है। पूरी दुनिया में 2020 की पहली छमाही में कामकाजी घंटों में गिरावट पहले की तुलना में काफी खराब थी। बाकी बचे महीनों में इसकी रिकवरी करना काफी मुश्किल है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा कोरोना संकट में 2020 में दूसरी छमाही में भी स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी रहेगी। अगर 2019 की अंतिम तिमाही से तुलना करें तो कार्यस्थलों पर पाबंदियों में ढील देने और निवेश परियोजनाओं व उपभोग में रिकवरी के चलते कामकाजी घटों में 4.9 फीसदी की कमी आई है, यह करीब 14 करोड़ फुल टाइम नौकरियों के बराबर है।