Janmashtami 2022 : जानिए कृष्णा जन्माष्टमी में पूजा विधि , शुभ मुहर्त का महत्व

By DAMINI

NATIONAL  | 12:00:00 AM

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DELHI :

देश भर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम है, इस साल जन्माष्टमी का उत्सव आज 19 अगस्त को दिन मनाया जा रहा है l भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि (रोहिणी नक्षत्र) में हुआ था l

जन्माष्टमी भोग
जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को स्पेशल भोग लगाए जाते हैं l मंदिरों में इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के 56 व्यजंनों का भोग तैयार होता है, लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं जो भगवान श्रीकृष्ण को अतिप्रिय हैं और इन चीजों का भोग श्रीकृष्ण को लगाने से कान्हा प्रसन्न होते हैं l जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री, धनिया पंजीरी, मखाना पाग,खीरा, पंचामृत, लड्डू, पेड़े, खीर आदि चीजों का भोग जरूर लगाएं l

जन्माष्टमी पूजा में तुलसी का करें इस्तेमाल
भगवान श्री कृष्ण की पूजा में तुलसी पत्ता जरूर शामिल करें l भगवान श्री कृष्ण को तुलसी अतिप्रिय होती है , जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण के साथ तुलसी की पूजा भी करें l भगवान कृष्ण की अर्चना तीन जन्मों के पापों को नष्ट कर देती है l

भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि जब रोहिणी नक्षत्र से संयुक्त होती है तो उसे कृष्ण जयंती के नाम से जाना जाता है l विष्णु धर्मोतरपुराण के अनुसार अर्धरात्रि में रोहणी नक्षत्र प्राप्त होने पर कृष्ण जन्माष्टमी होती है l इसमें भगवान् कृष्ण की अर्चना तीन जन्मों के पापों को नष्ट कर देती है l मध्य रात्रि में अष्टमी तिथि के रोहणी नक्षत्र से युक्त होने पर बालरुपी चतुर्भुज भगवान कृष्ण उत्पन्न हुए थे l अतः भाद्रपद कृष्ण पक्ष में जब रोहणी नक्षत्र से युक्त अष्टमी तिथि अर्ध रात्रि में दृश्य होती है तो जन्माष्टमी का मुख्यकाल होता है , तथा कृष्ण पक्ष की अष्टमी जब भी रोहिणी से युक्त होती है तो उसे जयंती कहते है l यह तिथि समस्त पापों का हरण करने वाली होती है l

 जन्माष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त
तिथि- 19 अगस्त 2022, शुक्रवार

अष्टमी तिथि प्रारंभ- 18 अगस्त रात्रि 12 बजकर 14 मिनट से शुरू

अष्टमी तिथि समाप्त- 19 अगस्त रात्रि 01 बजकर 06 मिनट तक

निशिथ पूजा मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 20 मिनट से 01:05 तक रहेगा

जन्माष्टमी पूजा सामग्री
खीरा, दही, शहद, दूध, एक चौकी, पीला साफ कपड़ा, पंचामृत, बाल कृष्ण की मूर्ति, सांहासन, गंगाजल, दीपक, घी, बाती, धूपबत्ती, गोकुलाष्ट चंदन, अक्षत, माखन, मिश्री, भोग सामग्री, तुलसी का पत्ता आदि से पूजा करें l
 

जन्माष्टमी पर करें ये काम
आज भगवान श्री कृष्ण की पूजा के साथ ही गाय की भी पूजा करें l

पूजा स्थल पर भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति के साथ गाय की मूर्ति भी रखें l

भगवान श्री कृष्ण का गंगा जल से अभिषेक जरूर करें l

गाय के दूध से बने घी का इस्तेमाल करें l

जन्माष्टमी शुभ मुहूर्त
श्रीकृष्ण पूजा का शुभ मुहूर्त-18 अगस्त रात्रि 12 बजकर 20 मिनट से 1 जबकर 5 मिनट तक है l

पूजा अवधि- 45 मिनट की है l

व्रत करने वालों के लिए पारण का समय- 19 अगस्त, रात्रि 10 बजकर 59 मिनट के बाद है l

 

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